श्री पद्म प्रभु भगवान की आरती | Shree Padmaprabhu Bhagwan aarti
जय पद्मप्रभु देवा, स्वामी जय पद्मप्रभु देवा ।
जय पद्मप्रभु देवा, स्वामी जय पद्मप्रभु देवा ।
तुम बिन कौन जगत में मेरा (२), पार करों देवा (२)
जय पद्मप्रभु देवा, स्वामी जय पद्मप्रभु देवा ॥
तुम हो अगम अगोचर स्वामी हम हैं अज्ञानी । (२)
अपरम्पार तुम्हारी महिमा, काहू ना जानी ॥ (२)
तुम बिन कौन जगत में मेरा
विघ्न निवारो संकट टारो, हम आये शरणा । (२)
कुमति हटा सुमति दीज्यो, कर जोड़ पड़े चरणा ॥ (२)
तुम बिन कौन जगत में मेरा
पाँव पड़े को पार लगाया सुख सम्पति दाता । (२)
श्रीपाल का कष्ट हटाकर, सुवर्ण तन कीना ॥ (२)
तुम बिन कौन जगत में मेरा
Image source:
'Footprint at Padmaprabhu Tonk, Shikharji' by Bodhisattwa, image compressed, is licensed under CC BY-SA 4.0
एक टिप्पणी भेजें